विजय ही विजय है

बुधवार, 5 दिसंबर 2007

महिलाओं के पक्षधर श्री नरेन्‍द्र मोदी


गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेंद्र मोदी देश के अत्यधिक प्रसिद्ध अविवाहितों में से एक है। फिर भी, गुजरात के सर्वांगीण विकास को लेकर श्री मोदी महिलाओं के प्रति उदार हृदय हैं। इसी कारण वे चुनावी मैदान में महिलाओं को उतारने में पीछे नहीं हैं।

दिसम्बर में होने वाले चुनाव में जहां कांग्रेस ने सिर्फ 14 महिला उम्मीदवारी को चुनावी जंग में खड़ा किया है। वहीं भाजपा ने 26 महिला उम्मीदवारों को सियासी जंग में उतार रहा है।

श्री मोदी कहते हैं कि वे महिला उत्थान और उनके जुड़े मामलों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

साबरमती से खड़ी भाजपा उम्मीदवार गीताबेन पटेल का कहना है कि मोदी के पीछे सारे गुजरात की महिलाओं का समर्थन हैं।

नारोदा से खड़ी माया कोदानी कहती हैं कि काफी सोच विचार के बाद ही पार्टी ने उन्हें खड़ा करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि भाजपा महिलाओं की भागेदारी बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।

1 टिप्पणी:

Unknown ने कहा…

आपका लेख पढा। यह जानकर अत्यंत प्रसन्नता हुई की आप गुजरात मे रुची रखते हैं।
आपके उत्साह मे शायद कुछ महत्वपूर्ण तथ्य नजरअंदाज हो गये हैं। आशा है कि आप इसे अन्यथा नही लेंगे।
मित्रवर, सर्वप्रथम तो यह कि नरेन्द्र मोदी अविवाहित नही हैं। उनकी पत्नी है जिसे उन्होने छोड रखा है। वह उत्तर गुजरात के सिद्धपुर तहसील के ब्राहम्णवाडा गांव के एक स्कूल मे टीचर है। उसका नाम शारदाबेन है। अफ़वाह यह है कि उनके एक पुत्री भी है। मै पुत्री के बारे मे तो नही जनता पर यह तथ्य है कि वे शादी शुदा हैं और पत्नी को छोड रखा है। उन्होने यह तथ्य विधान सभा की पुस्तक मे नही दिया जिस पर काफ़ी हंगामा भी हुआ।
गुजरात की शिक्षा मंत्री आनंदीबहन पटेल के पति डाक्टर मफ़तभाई पटेल का कहना है कि उनके घर मे खाना क्या पकेगा यह नरेन्द्र मोदी निश्चित करते हैं। मफ़तभाई आजकल आनन्दीबहन पटेल के मतक्षेत्र पाटण अपनी पत्नी के विरुद्ध इन संबंधों पर खुला प्रछार कर रहे है। हर छ आठ महिने मे वो मीडिया मे उनके दिल की भडास भी निकाल लेते है। ये संबध गुजरात की राजनीति मे काफ़ी चर्चित है।
रही बात महिला उम्मीद्वारों की, आपकी बात सही है\ पर सही संख्या यह है कि भाजपा ने २२ और कांग्रेस ने १२ महिला उम्मीद्वारों को टिकट दी है। यह मै इस लिये बता रहा हू कि अनजाने मे लोगे को गलत जानकारी नही मिले।
इन तथ्यों को देखते हुए आपका शीर्षक काफ़ी गुमराह करने वाला हो जाता है।